Smart Yojana: स्मार्ट योजना क्या है, लाभ, पात्रता और आवेदन

Smart Yojana: भारत सरकार द्वारा समय-समय पर देश की शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और तकनीकी क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख योजना है SMART Yojana, जिसका पूरा नाम है – Supporting and Mentoring for Advancement, Research and Technology (SMART). यह योजना मुख्य रूप से कृषि अनुसंधान, किसानों की समस्याओं के समाधान, और कृषि विश्वविद्यालयों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने पर केंद्रित है।

इस लेख में हम जानेंगे SMART योजना क्या है, इसके उद्देश्य, लाभ, पात्रता, मुख्य विशेषताएं, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में।

SMART योजना क्या है?

SMART योजना की शुरुआत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा की गई है। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देना, तकनीकी नवाचार को बढ़ाना और शिक्षण संस्थानों को सशक्त बनाना है ताकि किसान समुदाय को बेहतर समाधान, जानकारी और नई तकनीकों का लाभ मिल सके।

यह योजना कृषि के क्षेत्र में काम कर रहे वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग को बढ़ावा देती है, जिससे भारत का कृषि तंत्र अधिक उत्पादक और टिकाऊ बन सके।

SMART योजना का उद्देश्य

SMART योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में कृषि शिक्षा और अनुसंधान को 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप बनाना है। इसके अन्य उद्देश्य हैं:

  • तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना – नई कृषि तकनीकों का विकास और उन्हें किसानों तक पहुंचाना।
  • कृषि विश्वविद्यालयों का सशक्तिकरण – उन्हें आधुनिक प्रयोगशालाओं, उपकरणों और डिजिटल संसाधनों से लैस करना।
  • शोध और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना – कृषि शिक्षकों, वैज्ञानिकों और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण देना।
  • फार्मिंग सिस्टम को स्मार्ट बनाना – जलवायु परिवर्तन के अनुरूप फसलों की खेती और संसाधन प्रबंधन को स्मार्ट तरीके से बढ़ावा देना।
  • युवाओं को कृषि से जोड़ना – युवा पीढ़ी को आधुनिक कृषि के प्रति आकर्षित करना।

SMART योजना की मुख्य विशेषताएं

  • शिक्षा और शोध को जोड़ना – कृषि कॉलेजों और शोध संस्थानों को आपस में जोड़ने की प्रक्रिया को बढ़ावा देती है।
  • डिजिटलाइजेशन पर ज़ोर – कृषि शिक्षा को डिजिटल तकनीक से जोड़ा जाएगा।
  • इनोवेशन लैब्स की स्थापना – प्रत्येक कृषि विश्वविद्यालय में “SMART लैब्स” का निर्माण किया जाएगा।
  • फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम – शिक्षकों और प्रोफेसरों के लिए नियमित रूप से स्किल अपग्रेडेशन वर्कशॉप आयोजित की जाएगी।
  • इंडस्ट्री से लिंक – निजी क्षेत्र और कृषि आधारित कंपनियों के साथ भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा।

SMART योजना के लाभ

इस योजना से देश के किसानों, विद्यार्थियों, कृषि वैज्ञानिकों और समाज को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:

  • किसानों को नई तकनीकों की जानकारी मिलेगी जिससे वे फसलों की उत्पादकता बढ़ा सकें।
  • शोध और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा जिससे कृषि क्षेत्र में नई खोजें हो सकेंगी।
  • कृषि शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे छात्र बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
  • युवाओं को रोजगार और स्टार्टअप के अवसर मिलेंगे – कृषि आधारित स्टार्टअप को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
  • जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ावा मिलेगा – स्मार्ट फार्मिंग की तकनीकें किसानों को मौसम की मार से बचाएंगी।

SMART योजना में पात्रता

SMART योजना का लाभ मुख्य रूप से कृषि से संबंधित शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों को मिलता है। हालांकि इसका अप्रत्यक्ष लाभ किसानों और छात्रों को भी होता है। पात्रता निम्नलिखित है:

  1. कृषि विश्वविद्यालय और कॉलेज – जिन्हें ICAR द्वारा मान्यता प्राप्त है।
  2. शोध संस्थान – जो कृषि, बागवानी, पशुपालन आदि के क्षेत्र में कार्य कर रहे हों।
  3. कृषि वैज्ञानिक और छात्र – जो रिसर्च प्रोजेक्ट या इनोवेशन में काम कर रहे हों।
  4. किसान उत्पादक संगठन (FPOs) और NGOs – जो कृषि अनुसंधान या प्रशिक्षण में योगदान देते हैं।

SMART योजना में आवेदन प्रक्रिया

SMART योजना में आवेदन संस्थान स्तर पर होता है। व्यक्तिगत आवेदन की कोई व्यवस्था नहीं है। आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. ICAR या संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर योजना की अधिसूचना जारी होती है।
  2. संस्थान योजना का प्रपोजल तैयार करता है, जिसमें उसकी आवश्यकता, लक्ष्य, कार्य योजना आदि शामिल होते हैं।
  3. प्रपोजल को ICAR या राज्य कृषि विभाग को भेजा जाता है।
  4. विशेषज्ञों की टीम द्वारा मूल्यांकन के बाद योजना को मंजूरी दी जाती है।
  5. अनुमोदन के बाद आवश्यक वित्तीय सहायता और तकनीकी संसाधन प्रदान किए जाते हैं।

SMART योजना और किसानों की भूमिका

SMART योजना किसानों को सीधे तो नहीं, परंतु अप्रत्यक्ष रूप से बड़ा फायदा देती है:

  • उन्हें स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से नई तकनीकों की जानकारी मिलती है।
  • प्रशिक्षण कार्यक्रमों और फील्ड डेमो के माध्यम से किसानों को सिखाया जाता है कि कैसे वे कम लागत में अधिक उत्पादन कर सकते हैं।
  • स्मार्ट तकनीकें जैसे ड्रोन, सॉइल हेल्थ कार्ड, स्मार्ट सिंचाई आदि को बढ़ावा दिया जाता है।

SMART योजना का प्रभाव

SMART योजना का प्रभाव कृषि शिक्षा, अनुसंधान और किसानों के जीवन पर सकारात्मक रूप से दिखने लगा है:

  • कई कृषि विश्वविद्यालयों में डिजिटल क्लासरूम, आधुनिक लैब्स और ई-लर्निंग संसाधन उपलब्ध हो चुके हैं।
  • छात्रों के रिसर्च प्रोजेक्ट्स को अधिक समर्थन मिल रहा है।
  • किसानों को बेहतर बीज, खाद, सिंचाई तकनीक और कीट नियंत्रण के तरीके सिखाए जा रहे हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

SMART योजना भारत सरकार की एक दूरदर्शी योजना है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र को भविष्य के लिए तैयार करना है। यह योजना केवल शिक्षा या अनुसंधान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य समग्र कृषि सुधार है जिसमें किसान, छात्र, वैज्ञानिक और नीति निर्माता सभी एक साथ काम करते हैं।

कृषि में आत्मनिर्भरता और तकनीकी मजबूती लाने के लिए SMART योजना जैसे प्रयास बेहद जरूरी हैं। आने वाले समय में इस योजना के माध्यम से “स्मार्ट फार्मिंग से स्मार्ट किसान” का सपना साकार हो सकता है।

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