Aadhar Card Update Rule Changes: भारत सरकार द्वारा नागरिकों की पहचान को डिजिटल रूप से सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए आधार कार्ड को एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ के रूप में अपनाया गया है।
हाल ही में यूआईडीएआई (UIDAI – भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने आधार कार्ड से जुड़े नियमों में कुछ नए बदलाव किए हैं, जिनसे आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
आधार कार्ड के नए अपडेट नियम क्या हैं? | Aadhar Card Update Rule Changes
अब तक अगर किसी व्यक्ति को अपने आधार कार्ड में नाम, जन्म तिथि, या लिंग (Gender) बदलवाना होता था, तो उसे आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जाना पड़ता था। केवल पता (Address) बदलने की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध थी।
लेकिन अब UIDAI एक ऐसा प्रोटोकॉल शुरू करने जा रहा है जिससे नाम, जन्म तिथि, पता और मोबाइल नंबर जैसे विवरणों को घर बैठे ही अपडेट किया जा सकेगा।
UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार के अनुसार, “अब केवल फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन के लिए नामांकन केंद्र जाना पड़ेगा, बाकी सब कुछ घर बैठे किया जा सकेगा।”
इलेक्ट्रॉनिक पहचान के लिए QR कोड आधारित ऐप
अब आधार कार्ड की फोटो कॉपी ले जाने की जरूरत नहीं होगी। UIDAI एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च करने वाला है जिससे व्यक्ति अपने पहचान दस्तावेज़ को QR कोड के माध्यम से पूरी तरह या आंशिक रूप से शेयर कर सकेगा। इसका उद्देश्य है डेटा की गोपनीयता बनाए रखना और दस्तावेज़ों के दुरुपयोग को रोकना।
QR कोड के माध्यम से यूज़र को अपने डेटा पर अधिक नियंत्रण मिलेगा। यूआईडीएआई इसे प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन ऑफिस, होटल्स और सिक्योरिटी फर्मों में प्रयोग करने की सलाह दे रहा है, जहां फर्जी दस्तावेज़ों का खतरा अधिक होता है।
IRCTC ऐप में आधार वेरिफिकेशन (जुलाई 2025 से)
जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए IRCTC ऐप में आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाएगा। इसके तहत यूज़र को ऐप के जरिए ही आधार की पुष्टि करनी होगी, जिससे फर्जी बुकिंग या दलालों की गतिविधियों पर लगाम लगेगी।
UIDAI की नई प्रणाली का उद्देश्य
UIDAI द्वारा लाए जा रहे Aadhar Card Update Rule का उद्देश्य निम्नलिखित है:
- कागजी कार्यवाही में कमी लाना
- फर्जी दस्तावेजों की संभावना को खत्म करना
- संपूर्ण प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना
- सुरक्षित और नियंत्रित डेटा शेयरिंग देना
- अन्य दस्तावेजों से जानकारी लिंक
अब UIDAI विभिन्न सरकारी दस्तावेजों जैसे:
- जन्म प्रमाणपत्र (Birth Certificate)
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- PAN कार्ड
- पीडीएस (Public Distribution System)
- मनरेगा (MNREGA)
से जानकारी सीधे प्राप्त करेगा। इसके अलावा, बिजली बिल जैसी सेवाओं के डेटाबेस को भी जोड़ने पर विचार हो रहा है ताकि पता सत्यापन और आसान हो सके।
आधार कार्ड क्या है?
आधार कार्ड एक 12 अंकों की विशिष्ट संख्या होती है जिसे UIDAI भारत के निवासियों को प्रदान करता है। यह संख्या उस व्यक्ति की बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी के आधार पर दी जाती है। कोई भी भारत का निवासी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी आयु या लिंग का हो, आधार के लिए स्वेच्छा से आवेदन कर सकता है।
निष्कर्ष
UIDAI द्वारा किए जा रहे ये बदलाव तकनीक के प्रयोग से नागरिकों के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। अब लोगों को लंबी कतारों में लगने या बार-बार दस्तावेज़ ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। QR कोड आधारित पहचान प्रणाली से न केवल दस्तावेज़ों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि उपयोगकर्ता को अपने डेटा पर पूर्ण नियंत्रण भी मिलेगा।
यह नया बदलाव आधार को और अधिक उपयोगी और आधुनिक बनाता है, और आने वाले समय में आधार का प्रयोग और व्यापक होगा। UIDAI की यह पहल डिजिटल भारत की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
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